Thursday, August 4, 2011

shree ganesh geeta 18


तेरा तुझ को अर्पण बाबा   क्या लागे मेरा
मेरे ह्रदय मे ही राखना  बाबा वास तेरा

हे हेरम्ब हे गौरीनंदन हे गजानन हे जगवंदन
मस्तक पर हो  ज्ञान,मेरे मुख पर बसे तेरी मुस्कान
दो गुणी मेहनत करो  बाबा के चार हाथो से ये जान
सारे कष्ट मिटे जग के, देते गणेश ये वरदान
गौरीसूत शिवनंदन ,गणेश है जिनका नाम
गणेश गीता, गणेश लीला, और डाला गणेश ज्ञान
 गणेश जी की लिखी पुस्तक गणेश दर्शन है नाम

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